विधायक शरद कौल ने कहा है कि वे भाजपा में हैं। अब कौन क्या कहता है इससे उन पर कोई अंतर नहीं पड़ता। कौल मंगलवार दोपहर राजधानी में प्रदेश के खेल मंत्री जीतू पटवारी से मिलने उनके बंगले पहुंचे थे।
दरअसल, विधानसभा के मानसून सत्र में भाजपा दो विधायक शहडोल जिले के ब्यौहारी विधानसभा क्षेत्र से शरद कौल और सतना जिले की मैहर विधानसभा क्षेत्र से नारायण त्रिपाठी ने सदन में एक विधेयक पर सरकार का समर्थन किया था। इसके बाद दोनों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ पत्रकारवार्ता कर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और भाजपा सरकार पर जमकर भड़ास निकाली थी। हालांकि पिछले महीने विधायक नारायण त्रिपाठी ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के साथ मीडिया से चर्चा करते हुए भाजपा के साथ होने की बात कही थी।
नारायण त्रिपाठी ने विधानसभा सत्र के मानसून सत्र में कांग्रेस सरकार का साथ देने पर कहा था कि ये उनसे गलती से हो गया था। नारायण त्रिपाठी विधानसभा में मुख्यमंत्री के साथ मीडिया से शिवराज सिंह के खिलाफ कहीं गई बातों से साफ मुकर गए थे।
जीतू पटवारी से मिलने के बाद विधायक शरद कौल ने कहा कि वे खेल एवं उच्च शिक्षा मंत्री से अपने क्षेत्र में एक कॉलेज के संबंध में चर्चा करने आए थे। अब कोई क्या सोचता है इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। विधायक तो वे भाजपा के ही हैं। शरद कौल के खेल मंत्री से मिलने पर भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि इस तरह की मुलाकातें एक सामान्य प्रक्रिया है। जब प्रदेश में भाजपा सरकार थी, तब कांग्रेस के विधायक भी भाजपा सरकार के मंत्रियों से मिलने आते रहते हैं।