हाईकोर्ट तिराहे के पास ट्रैफिक सिपाही रणजीत द्वारा साेमवार काे ऑटो चालक को पीटने का मामला गरमा गया है। वीडियो वायरल होने के बाद मंगलवार काे ऑटो चालकाें का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए चालकों ने सुबह ट्रैफिक थाने के बाहर जमकर हंगामा किया और सिपाही को तत्काल सस्पेंड करने की मांग की। उन्होंने पुलिस की गुंडागर्दी नहीं चलेगी के नारे लगाते हुए आरोप लगाया कि खुद को बचाने के लिए सिपाही ने ड्राइवर पर झूठे आरोप लगाए हैं। यदि तीन दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो सड़क पर एक भी रिक्शा, मैजिक और वैन नहीं दौड़ेंगी। हम उग्र आंदोलन करेंगे। पुलिस ने तीन दिन में कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
इंदौर ऑटो-रिक्शा चालक महासंघ के राजेश बिडकर का कहना है कि सिपाही रणजीत ने हमारे ऑटो चालक को लात-घूंसों से पीटा। हमने सिपाही के निलंबन की मांग की है। हम इसलिए यहां आए थे कि आने वाले समय में फिर कोई आम ड्राइवर नहीं पीटा जाए। हमने कोई ज्ञापन नहीं दिया। क्योंकि वीडियो तो वायरल हुए ही हैं। उसके अलावा चौराहे पर 12 कैमरे लगे हैं। आपके पास खुद के प्रमाण हैं। रणजीत ने ऑटो ड्राइवर पर आरोप लगाया कि उसने शराब पी रखी थी, 6 बच्चे ऑटो पर बिठाकर चल रहा था। टक्कर मारी, पैर पर गाड़ी चढ़ाई। हम आमने-सामने बात करने आए तो मौके से क्यों भाग गया। उसने खुद को बचाने के लिए झूठे आरोप लगाए हैं। शहर की जनता ने उसे करोड़पति तक पहुंचाया था, ड्राइवर उसे सड़कपति बनाकर रख देंगे। तीन दिन का समय कार्रवाई के लिए मांगा गया है। यदि कार्रवाई नहीं हुई तो वैन, मैजिक सहित अन्य गाड़ियां सड़क पर नहीं दौड़ेंगी। पीड़ित ड्राइवर सोमवार शाम 7 बजे घर से गायब है। ये लोग शादी वर्दी मंे उसके घर पहुंचे थे और अपने तरीके से उसे समझाया था। इसके बाद वह कहीं चला गया है। अब पुलिस ड्राइवर को खोजकर लाएं और आवेदन लेकर उसे सस्पेंड करें। हमारी मांग नहीं मानी तो बड़ी आंदोलन किया जाएगा।